R ke Vibhinn Roop – र के विभिन्न रूप,मात्राओं और वर्णों की गणना

R ke Vibhinn Roop

व्यंजन वर्ण र के तथ्य facts about  र

हिंदी वर्णमाला में जितने भी वर्ण हैं उनमें से  र सबसे अलग है इसका उपयोग विभिन्न रूपों में होता है।  इसका उच्चारण ,मात्रा के साथ संयोग, व्यंजनों के साथ संयोजन ,स्वर रहित रूप ,स्वर सहित रूप सभी बहुत अलग है।

Among the various characters in the Hindi alphabet, र is the most different, it is used in various forms. Its pronunciation, joining with quantity, combination with consonants, vowelless form, the form including vowel are all very different.

  • र  एक व्यंजन वर्ण है। र  is a consonant character.

  • यह एक अल्पप्राण और अघोष व्यंजन है। It is an alppra an  and aghosh consonant .
  • इसको लुंठित, प्रकम्पित, कंपनजात  और अंतस्थ व्यंजन भी कहते हैं। It is also called a lunthit , prakampit, kampanjaat and antahsth consonant.

  • इसका उच्चारण स्थान वर्त्स्य/दंतमूल या  मसूढ़ा  होता है Its pronunciation place is vertsya / tooth root or gums

र का मात्राओं  के साथ संयोग joining of र  with matras

र्+अ =र

र्+आ (ा)  =रा 

र्+इ (ि) =रि 

र्+ई (ी) =री 

र्+उ (ु)   =रु 

र्+ऊ (ू)   =रू 

र्+ए (े)   =रे 

र्+ऐ( ै) =रै 

र्+ओ (ो) =रो 

र्+औ (ौ) =रौ 

र्+अं (ं ) =रं 

र्+अः( ः)   =रः 

र व्यंजन सभी वर्णो की तरह बाकी सभी मात्राओं के साथ समान तरीके से जुड़ता है।  लेकिन छोटा उ  और बड़ा ऊ की मात्राओं के साथ इसका रूप भिन्न होता है। र consonant combines with all other quantities in the same manner as all characters .But its form varies with matra of small उ  and big ऊ .

जैसा कि ऊपर दिखाया गया है र के साथ उ  और ऊ की मात्रा नीचे न लगकर र के मध्य में लगती है।As shown above, the matra of उ  and ऊ along with र  does seem to be in the middle of र, rather than below.

र के विभिन्न रूप- R ke Vibhinn Roop

र के विभिन्न रूप-- र के विभिन्न रूपों को दो भागों में बाँटा गया है The various forms of र are divided into two parts.- 

1. स्वर रहित रूप with vowel 

2. स्वर सहित रूप without  vowel 

. स्वर रहित रूप रेफ़ without vowel form ref  (R ke Vibhinn Roop)--

  • हिंदी व्याकरण में र के स्वर रहित रूप को रेफ़ कहते हैं।In Hindi grammar, the vowel form of र  is called ref.
  •  इसका चिह्न  (R ke Vibhinn Roop)  है।Its sign  is (R ke Vibhinn Roop).

  • किसी भी शब्द में इसका प्रयोग इसके उच्चारण के बाद आने वाले स्वर या  मात्रा के ऊपर होता है It is used in any word over the vowel or matra  that comes after its pronunciation.

    example-ध +र्+म =धर्म religionव +र्+षा =वर्षा rain  

  • र के  ऊपर रेफ़  लगाकर इसको द्वित्व व्यंजन के रूप में लिखा जाता है।It is written as a dual consonant by placing a ref  (R ke Vibhinn Roop)  on र .

    example -ट +र्+र =टर्र-टर्र sound of frog 

    ख+र्+रा +टा =खर्राटा snorring    

  • अगर शब्द में आधे र के उच्चारण के बाद का व्यंजन भी  आधा हो तो आधा र रेफ़  के रूप में अर्ध व्यंजन के ऊपर न लगकर उसके बाद आने वाले पूर्ण व्यंजन के ऊपर लगता है।If the consonant is also half in  the word after the pronunciation of half र, then half र does not appear on the half consonant as ref, but over the full consonant that comes after it.

 स्वर सहित रूप

 2. स्वर सहित रूप- र का स्वर सहित रूप भी दो प्रकार का होता है There are also two types of form including the vowel of र -

 (i ) रकार  रूप rakaar form   (ii ) पदेन रूप paden form  

 रकार  रूप

(i ) रकार  रूप- र के स्वर  सहित रूप को रकार कहते हैं या र के सामान्य रूप को रकार रूप कहते हैं।The form with the vowel of र is called Rakaar or the general form of र  is called Rakaar form .

 र्+अ =र 

example - रबड़, रगड़,  खबर, पहर 

पदेन रूप  (R ke Vibhinn Roop)

(ii )पदेन रूप- र के (R ke Vibhinn Roop)इस रूप को पदेन कहते हैं This form of र (R ke Vibhinn Roop) is called paden form .

  • इसमें  र पूरा होता है या स्वर सहित होता है In this, र is complete or with a vowel

  • र का यह रूप अपने पहले आए हुए स्वर रहित व्यंजन वर्ण में लगता है This form of र appears in its first vowelless  consonant letter.

  • पदेन रूप में र का उच्चारण करते समय अंत में  ‘अ’  की ध्वनि सुनाई देती है The sound of 'अ ' is heard at the end while chanting र  in the paden  form. 

  • इसका प्रयोग खड़ी पाई वाले व्यंजनों में नीचे की तरफ एक तिरछी लाइन के रूप में होता है It is used as a slanting downward in khadee  pie consonants.

    example-प् +र =प्र प्रकार types 

    ग्  +र =ग्र ग्रह  planet  

पदेन रूप   R ke Vibhinn Roop paden roop

(R ke Vibhinn Roop) र का यह रूप भी पदेन रूप होता है This form of र  is also paden form . 

  • इसमें भी र स्वर सहित होता है It also has a vowel

  • इसका प्रयोग पाई रहित (गोल वर्ण ) व्यंजनों में होता है It is used in pieless (round characters) consonant .

     जैसे-ट्+र =ट्र  -ट्रक truck

    ड्+र +म =ड्रम drum

  • जब यह स्वर रहित गोल वर्णों के साथ जुड़ता है तो उल्टे वी के  आकार जैसा दिखाई देता है Appears to be inverted V-shaped when it joins with vowelless  round characters.

1.   त् के  साथ पदेन र  जुड़कर संयुक्त व्यंजन बनाते हैं Paden र combines with त्  to form conjunct  consonant .

example - त्+र =त्र    

त्रिनेत्र 

पुत्र 

2. श् के साथ स्वर सहित र पदेन रूप में जुड़कर संयुक्त व्यंजन बनाता है। र(with vowel ) combines  with vowelless श् and forms a conjunct consonant.

श्+र =श्र   

श्रम श्रंगार श्रवण अश्रु आश्रम

र का संयुक्ताक्षर के रूप में प्रयोग Use of र as a joint letter --

  • ह् के साथ पदेन र इस तरह से जुड़ता है This is how paden र  connects with ह्  

    ह्+र =ह्र ह्रास ह्रस्व 

  • द् में पदेन र का प्रयोग इस तरह से होता है This is how paden र  connects with द्  

    द्+र =द्र 

    द्रविड़ द्रव्य 

  • स् के बाद स्वर रहित र का प्रयोग पदेन रूप में इस तरह होता है After the vowelless स्, र  is used in the paden form like this-

     स्+र =स्र  सहस्र thousands  स्रोत source 

नोट- 

1.एक ही शब्द  में मे र के पदेन रूप का प्रयोग दो बार हो सकता है The paden form of र  can be used twice in the same word.

example -प्रक्रिया प्रक्रम 

2. र के रेफ़  और पदेन दोनों रूपों का प्रयोग एक ही शब्द में हो सकता है Both the ref and paden  of र can be used in the same word.

example -आर्द्रता Humidity प्रार्थना Prayer

3. र के रकार  रूप के ऊपर भी रेफ़  का प्रयोग किया जा सकता है Ref can also be used above the rakaar form of र.

example -खर्र -खर्र गुर्राना  Growling

4. र के रेफ़  रूप का प्रयोग भी एक शब्द में दो बार हो सकता है The ref form of र can also be used twice in a word.

example -पूर्वार्ध First half धर्मार्थ Charitable आदि

रेफ़ वाले शब्द ref words or examples

रेफ़ वाले शब्द

Meaning

बर्तन  

Vessel

बर्फ

Ice

पर्व

Festival

गर्जन

Thunder

अर्थ

Meaning

अर्पण

Dedication

अर्जुन

Arjun

आचार्य

Teacher

शर्म

Shame

धर्म

Religion

कार्य

Work

चर्चा

Discussion

वर्ग

Category

मार्ग

Way

खर्च

Expenditure

गर्दन

Neck

निर्मल

Nirmal

अर्जित

Earned

वर्षा

Rain

मूर्ख

Idiot

पदेन वाले शब्द-- paden shabd wale udaharan

पदेन वाले शब्द--

Meaning

प्रवास 

House

प्रधान

Main

प्रकाश

Light 

प्रकृति

Nature

प्रकार

Types

ग्रह

Planet

ग्राम

Village 

क्रमांक

Serial number 

पराक्रम

courage

प्रक्रम

Process 

प्रक्रिया

Process 

क्रम

Order 

समग्र

overall

समुद्र 

Sea

सम्राट 

King

प्रसाद 

Offering 

प्रबल 

Powerful 

ध्रुव 

Pole

वक्र 

Curve

दरिद्र 

Poor

नम्रता 

Polite

ब्राह्मण

Brahmin 

वर्ण -विच्छेद varn-vichchhed

अनार----अ + न्+आ+र+अ

आसमान--आ+स्+अ+म्+आ+न्+अ

इलायची-इ+ल्+आ+य्+अ+च्+ई

ईनाम-ई+न्+आ+म्+अ

उधारी-उ+ध्+आ+र्+ई

ऋषि-ऋ+ष्+इ

एक-ए+क्+अ

ऐरावत-ऐ+र्+आ+व्+अ+त्+अ

ओखली-ओ+ख्+ल्+ई

औरत-औ+र्+अ+त्+अ

अनुस्वार वाले शब्दों का वर्ण विच्छेद

पतंग-प्+अ+त्+अ+ं +ग्+अ

प्+अ+त्+अ+ङ्+ग्+अ

पंचम-प्+अ +ञ्+च्+अ+म्+अ

प्+अ +ं +च्+अ+म्+अ

ठंडा-ठ्+अ +ं +ड्+आ

ठ्+अ +ण +ड्+आ

दंत-द्+अ +ं +त्+अ

द्+अ +न  +त्+अ

कंबल-क्+अ +ं +ब्+ल्+अ

क्+अ +म  +ब्+ल्+अ

अनुनासिक वाले  शब्दों का वर्ण -विच्छेद

आँगन-आँ +ग्+अ +न्+अ

पूँछ-प्+ऊँ  +छ्+अ

बाँसुरी-ब्+आँ  +स्+उ+र्+ई

गुड़ियाँ-ग्+उ+ड़्+इ+य्+आँ  

ईंट-ईं(ँ ) +ट्+अ

नहीं-न्+अ +ह्+ईं(ँ )  

गेंद-ग्+एँ +द+अ

विसर्ग  वाले  शब्दों का वर्ण -विच्छेद

प्रातः-प्+र्+आ+त्+अ+ः 

पुनः-प्+उ+न्+अ+ः

विदेशी स्वर  वाले  शब्दों का वर्ण -विच्छेद

कॉलेज-क्+ऑ+ल्+ए+ज्+अ

डॉक्टर-ड्+ऑ+क्+ट्+अ+र्+अ

ऑर्डर-ऑ+र्+ड्+अ+र्+अ

संयुक्त व्यंजन  वाले  शब्दों का वर्ण -विच्छेद

कक्षा-क्+अ+क्+ष+आ

पुत्र-प्+उ+त्र्+अ

ज्ञान-ज्+ञ्+आ+न्+अ

श्रमिक-श्+र्+अ+म्+इ+क्+अ

रेफ़ और पदेन  वाले  शब्दों का वर्ण -विच्छेद

ग्रह-ग्+र्+अ+ह्+अ

प्रकार-प्+र्+अ+क्+आ+र्+अ

राष्ट्रीय-र्+आ+ष्+ट्+र्+ई+य+अ

वर्ण-व्+र्+ण्+अ

वर्त्स्य-व्+र्+त्+स्+य्+अ 

संयुक्ताक्षर वाले शब्दों का वर्ण विच्छेद-

मक्खन -म्+अ+क्+ख्+अ+न्+अ

त्याग -त्+य+आ+ग्+अ

स्पर्श -स्+प+अ+र्+श्+अ

बुद्धिमान -ब्+उ+द्+ध्+ई+म्+आ+न्+अ

ह्रस्व-ह्+र्+अ+स्+व्+अ

विद्यार्थी -व्+इ+द्+य्+आ+र्+थ+ई

ब्रह्माण्ड -ब्+र्+अ+ह्+म्+आ+ण्+ड

बाह्य-ब्+आ+ह्+य्+अ

चिह्न-च्+इ+ह्+न्+अ

संयुक्त-स्+अ+अनुस्वार +य्+उ+क्+त्+अ

विद्वान -व्+इ+द्+व्+आ+न्+अ

आह्लाद-आ+ह्+ल्+आ+द्+अ

आह्वान -आ+ह्+व्+आ+न्+अ

अट्ठाईस -अ+ट्+ठ्+आ+ई+स्+अ

ऋ की मात्रा  वाले  शब्दों का वर्ण -विच्छेद

हृदय -ह्+ऋ+द्+अ+य्+अ

कृपया -क्+ऋ+प्+अ+य्+आ

द्वित्व व्यंजन  वाले  शब्दों का वर्ण -विच्छेद

बिल्ली -ब्+इ+ल्+ल्+ई

हड्डी -ह्+अ+ड्+ड्+ई

पट्टी -प्+अ+ट्+ट्+ई

उत्तर -उ+त्+त्+अ+र्+अ

द्विगुण व्यंजन  वाले  शब्दों का वर्ण -विच्छेद

झगड़ा -झ्+अ+ग्+अ+ड़्+आ

पढ़ना-प्+अ+ढ़्+अ+न्+आ

नुक़्ता  वाले  शब्दों का वर्ण -विच्छेद

ज़रा-ज़्+अ+र्+आ

राज़-र्+आ+ज़्+अ

बाज़ार-ब्+आ+ज़्+आ+र्+अ

साफ़-स्+आ+फ़्+अ

संधि  वाले  शब्दों का वर्ण -विच्छेद

जगन्नाथ-ज्+अ+ग्+अ+न्+न्+आ+थ्+अ

घृणास्पद-घ्+ऋ+ण्+आ+स्+प्+अ+ द्+अ

वर्णों की गणना varno ki gadna kaise karte hain?

वर्णों की गणना - वर्णों की गणना करने के लिए वर्ण विच्छेद का ज्ञान होना बहुत जरूरी है। It is very important to have knowledge of character separation to count characters.

शब्दों को उनकी  अविभाज्य इकाई तक अलग अलग करके लिख लीजिये और फिर उनकी गिनती कर लीजिए। Separate the words to their indivisible unit and then count them. जैसे 

एक-ए+क्+अ=1+1+0=2

शब्द एक में 2  वर्ण हैं 

पतंग-प्+अ+त्+अ+ङ्+ग्+अ

1 +1+1+1+1+1+0=6

पतंग में 6  वर्ण हैं  

बाँसुरी-ब्+आँ  +स्+उ+र्+ई=1+1+1+1+1+1=6 

बाँसुरी में वर्णों की संख्या 6 है 

प्रातः-प्+र्+आ+त्+अ+ः=1+1+1+1+1+1=6

प्रातः शब्द 6 वर्णों से बना है 

डॉक्टर-ड्+ऑ+क्+ट्+अ+र्+अ=6 

ब्रह्माण्ड -ब्+र्+अ+ह्+म्+आ+ण्+ड+अ =8 

ज्ञान-ज्+ञ्+आ+न्+अ=4 

हृदय -ह्+ऋ+द्+अ+य्+अ=5

NOTE-यदि शब्द के  अंत में ‘अ’ स्वर हो तो उसे गिना नहीं जाता है।  If there is a ' अ ' swar at the end of the word, it is not counted.  

मात्राओं की गणना kaise karte hain ?

मात्राओं की गणना- मात्राओं की गिनती करने के लिए सबसे पहले मात्राओं का ज्ञान होना बहुत जरूरी है -

It is very important to have knowledge of matras first to count matras -

  • हिंदी वर्णमाला में 11 स्वर होते हैं जिनमें से ‘अ’ स्वर  की कोई मात्रा नहीं होती है।   Hindi alphabet consists of 11 vowels out of which there is no matra of 'अ' vowel.   
  • अ आ इ  ई  उ ऊ ऋ ए ऐ ओ औ
          x  ा  ि ी ु ू   ृ  े ै ो ौ 
  • मात्राएँ स्वरों की होती हैं ,व्यंजनों की नहीं। matras are of vowels, not of consonants.
  • स्वर दो प्रकार के होते हैं -ह्रस्व और दीर्घ स्वर vowels are of two types- hrasv and deergh vowels.
  • ह्रस्व स्वर एक मात्रिक होते हैं। hrasv vowels are ek matrik.
  • अ ,इ , उ ,ऋ ह्रस्व स्वर  हैं। अ ,इ , उ ,ऋ are hrasv vowels. 
  • एक मात्रिक स्वरों को एक खड़ी रेखा(I) के द्वारा दर्शाया जाता है। ekmatrik vowels are represented by a vertical line (I). 
  • दीर्घ स्वर द्विमात्रिक होते हैं। deergh vowels are dvimatrik. 
  • आ ई ऊ ए ऐ ओ औ दीर्घ स्वर हैं। आ ई ऊ ए ऐ ओ and औ are deergh vowel. 
  • द्विमात्रिक या दीर्घ स्वरों को (S) के द्वारा दर्शाया जाता है। dvimatrik or deergh vowel is represented by (S). 
  • अनुस्वार और विसर्ग की दो मात्रा होती है। There are two matra of anuswar and visarg.
  • अनुनासिक की कोई मात्रा नहीं होती है। There is no matra of anunasik.
    example-
  • नहर -न्+अ(I)+ह्+अ(I)+र्+अ(I)=3
  • महान-म्+अ(I)+ह्+आ(S)+न+अ(I)=4
  • खोजना-ख्+ओ(S)+ज्+अ(I)+न्+आ(S) =5
  • कौशल-क्+औ(S)+श्+अ(I)+ल्+अ(I)=4
  • सियार-स्+इ(I)+य्+आ(S)+र्+अ(I)=4

शब्दकोश dictionary

शब्दकोश - वह पुस्तक या इलेक्ट्रॉनिक संसाधन जो किसी भाषा के शब्दों को वर्णक्रम के अनुसार सूचीबद्ध करता है और उस शब्द का अर्थ किसी अन्य भाषा में और उस शब्द से सम्बंधित  जानकारी प्रदान करता है। 

A book or electronic resource that lists the words of a language alphabetically and provides the meaning of that word in another language and information related to that word.

  • शब्दकोश में किसी शब्द को ढूँढने के लिए वर्णों के क्रम का पता होना  चाहिए। The order of characters must be known to find a word in the dictionary.
  • शब्दकोश में सबसे पहले अयोगवाह फिर स्वर और अंत में व्यंजन आते हैं।Ayogavaha comes first in the dictionary, then vowels and finally consonants.
  • संयुक्त व्यंजनों का क्रम उनके प्रथम वर्ण के अनुसार आता है।The order of the combined consonants comes according to their first letter.
  •   जैसे क्ष, क और ष से बना है इसलिए यह क के बाद आता है।  As क्ष  is made of क  and ष , so it comes after क . 
  • हिंदी भाषा के वर्णों और मात्राओं का क्रम इस प्रकार से है -
  • The order of characters and quantities of Hindi language is as follows:

हिंदी स्वर  वर्णों  का क्रम -

अं   अँ   अः   अ

आं   आँ   आः   आ

इं    इँ    इः    इ

ईं    ईँ(ईं )    ईः   ई

उं    उँ    उः    उ

ऊं   ऊँ    ऊः   ऊ

एं     एँ     एः      ए

ऐं    ऐँ(ऐं )    ऐः    ऐ

ओं    ओँ(ओं )   ओः   ओ

औं    औँ(औं)   औः   औ

हिंदी व्यंजन वर्णों का क्रम -

क,  क्ष ,   ख ,  ग , घ , ङ

च , छ , ज,   ज्ञ , झ , ञ

 ट , ठ , ड , ढ , ण 

 त  ,त्र , थ , द , ध , न

प , फ , ब , भ , म

य , र , ल , व

श,   श्र , ष , स , ह

कं  कँ  कः  क  का कि  की कु कू कृ को कौ क्  

क्षं  क्षँ  क्षः क्ष क्षा क्षि क्षी क्षु  क्षू  क्षृ  क्षे  क्षै क्षो क्षौ क्ष् 

खं  खँ  खः  ख खा खि खी  खु खू  खृ  खे  खै  खो खौ ख् 

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हं  हँ हः ह हा हि ही हु हू हृ हे है हो हौ ह्

Example:- 1.अंक number , आँगन courtyard, उधर there, पुनः again, आलोक light , अलग seperate 

इनका क्रम इस प्रकार होगा :-

अंक, अलग, आँगन, आलोक, उधर, पुनः 

2. कंगन bangle, क्षत्रिय warrior, टमाटर tomato, ज्ञान knowledge, त्रिशूल trident, क्योंकि because 

कंगन, क्योंकि, क्षत्रिय, ज्ञान, टमाटर, त्रिशूल

3. गँवार clod, गंदगी dirt, ग्वाला cowboy, गाँव village, गमला plant pot, गृह house, ग्रह planet 

गंदगी, गँवार, गाँव, गमला, गृह, ग्रह, ग्वाला

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