गांधी जी के तीन बंदर 3 wise monkey in hindi

विश्व में 3 बुद्धिमान बंदर  सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है जो जापान में  Mizaru,Kikazaru और Iwazaru के नाम से प्रसिद्ध है और भारत में  ये गांधीजी के तीन बंदर (बापू, केतन और बंदर ) कहलाते हैं। इन तीन बंदरों में से एक बंदर अपनी आंखें ढँका हुआ  है, दूसरे  बंदर ने अपने  दोनों कान बंद कर रखे  हैं  और तीसरा बंदर अपना मुँह बंद किए हुए  है।   ये तीन बुद्धिमान बन्दर हमें जीवन को सुगमता से जीने के लिए प्रेरित करते हैं।   ये बन्दर 500 -600 ईसा पूर्व के हैं। 

gandhi ji teen bander

What are the names of three monkeys 

जापानी कहावत में पहला बंदर मिजारू है, दूसरा किकाजारू है और तीसरा इवाजारू है

1. Mizaru– 

दोनों हाथों से अपनी आँखों को ढँकने वाला बंदर मिजारू कहलाता है

2. Kikazaru–

अपने दोनों हाथों से अपने कानों को ढकने वाले बंदर को कीकाजारू कहा जाता है।

3. Iwazaru–

दोनों हाथों से अपना मुंह बंद करने वाले बंदर को इवाजारू कहा जाता है।

हिंदी कहावत में उनके नाम हैं

1.see no Evil (bura mat dekho)

2.hear no Evil (Bura Mat Suno) 

3.speak no Evil (Bura Mat Bolo)

भारत में इसे महात्मा गांधी के तीन बंदरों (बापू, केतन और बंदर) के रूप में जाना जाता है

what is the symbol/meaning of 3 wise monkeys 

ये 3 बुद्धिमान बंदर मिजारू, किकाजारू और इवाजारू इंसान को विशेष रूप से बच्चों और छात्रों को बहुत गहरी शिक्षा या संदेश देते हैं क्योंकि बचपन हमारे जीवन की नींव है।

1.mizaru/see no evil —

हर इंसान में अच्छाइयाँ  भी हैं  और बुराइयाँ  भी हैं इसलिए हमें अच्छाइयों को देखना चाहिए और कुछ सीखना चाहिए ना की बुराइयों को।  कहते हैं ना कि हम जिन लोगों के साथ रहते हैं वैसे ही बन जाते हैं फिर बुराई भी हमें  सामान्य नजर आने लगती  है इसलिए बुराई  ना देखने में ही भलाई है।  ऐसी बातें जो आप को नुकसान पहुँचातेी  हैं या उन्नति में सहायक नहीं होती हैं , उन पर ध्यान नहीं देना चाहिए।  

इसी का एक दूसरा संदेश है कि हमेशा अपने लक्ष्य पर केंद्रित रहना चाहिए 

2. kikazaru /hear no evil– 

दूसरा बंदर जो अपने कानों को दोनों हाथों से बंद किये हुए है , जिसे हम कीकाजारू  के नाम से जानते हैं वह हमें सिखाता है कि अगर आपसे कोई किसी के बारे में  बुरी बातें बोलता है तो प्रतिक्रिया नहीं करनी चाहिए अपने विवेक से सही या गलत का निर्णय करना चाहिए। 

3. Iwazaru /speak no evil —

तीसरा बंदर इवाजारू हमें सन्देश देता  है कि किसी से भी ऐसे शब्द नहीं बोलने चाहिए जो सुनने वाले की भावनाओं को ठेस पहुँचाए। इसलिए यह बंदर अपने मुँह को अपने हाथों से बंद किये हुए है। हमेशा अपनी बातों को सही ढंग से उचित शब्दों के साथ व्यक्त करना चाहिए। 

what is the meaning of three wise monkeys mizaru,kikazaru and iwazaru 

यह तीनों नाम जापानी भाषा के हैं अगर इन तीनों शब्दों को देखें तो यह  zaru/saruप्रत्यय से बनाए गए हैं जिसका अर्थ होता है “नहीं”

जापानी में देखने को miru बोलते हैं इसलिए 

mizaru=miru+zaru

mizaru=देखना+ नहीं

mizaru=नहीं देखें 

इसी तरह सुनना को जापान में kiku  कहते हैं Similarly, listening is called kiku in Japan.

kikazaru=kiku+zaru

kikazaru=सुनना +नहीं 

kikazaru= नहीं सुनें 

जापानी शब्द iwa का मतलब होता है say  (बोलना)

The Japanese word iwa means to say (to speak)

iwazaru=iwa+zaru

iwazaru=बोलना +नहीं 

iwazaru= नहीं बोलें 

mizaru,kikazaru aur iwazaru का मतलब ‘नहीं देखे’, ‘नहीं सुने’ और ‘नहीं बोले’ होता है।

history /origin of three wise monkeys 

इन तीन बंदरों की उत्पत्ति (origin) भारत से हुई है। इसकी पुष्टि इन तीन बंदरों के इतिहास को जानकर की जा सकती है।  ऐसा कहा जाता है की आठवीं शताब्दी के आसपास एक बुद्धिस्ट भिक्खु  इस कहावत ‘नहीं देखें’, ‘नहीं सुनें’, ‘नहीं बोलें’ को चीन लाए थे और यह जापान में मिज़ारू ,किकाज़ारू और इवाज़ारू  के रूप में प्रसिद्ध हो गया। 

‘नहीं देखें’, ‘नहीं सुनें’, ‘नहीं बोलें’  यह तीन संदेश बौद्ध शिक्षा में देखे गए हैं इनका चित्रण बौद्ध भिक्खुओं द्वारा भी देखा गया है।

 इन तीन बंदरों के मूल स्रोत के बारे में तीन अवधारणा है

(i)पहली अवधारणा

पहली अवधारणा यह है कि mizaru,kikazaru aur iwazaru इन तीन बंदरों की उत्पत्ति जापान से हुई है और इसका प्रमाण जापान के निक्को  नामक एक छोटे से गांव के अंदर तोशोगु  उद्यान में लकड़ी में नक्काशित  ये तीन बंदर हैं। 

जापान में कोशिन (koshin) काल में भी इसके बहुत सारे साक्ष्य शिल्प कृतियों के रूप में मिले हैं।  इस काल में इन बंदरों को सुरक्षा के प्रतीक  के रूप में माना जाता था।

(ii)दूसरी अवधारणा

दूसरी अवधारणा यह है कि आठवीं शताब्दी में एक जापानी बुद्धिस्ट जो tendai  स्कूल जापान से संबंधित थे उन्हें चीन के tiantai  स्कूल में बौद्ध शिक्षा के लिए भेजा गया था और वह ‘नहीं देखें’, ‘नहीं सुनें’, ‘नहीं बोलें’  यह तीन शिक्षा वहीं   से लाए थे और जापान में इनका बंदरों के रूप में चित्रण  किया  गया जो पूरी दुनिया में  बहुत प्रसिद्ध हो गया। 

चीन में जो दूसरी शताब्दी से चौथी शताब्दी ईसा पूर्व का साहित्य संग्रह है उसमें भी यह वाक्यांश मौजूद है जिसका मतलब है इन  तीन बंदरों की उत्पत्ति चीन से हुई है। 

(iii)तीसरी अवधारणा

तीसरी अवधारणा यह है कि इस कहावत की शुरुआत या उत्पत्ति भारत से हुई है।  ओशो रजनीश के अनुसार तीन बंदरों का  प्रतीकवाद पूरे एशिया में बौद्ध भिक्खुओं द्वारा फैलाया गया था अर्थात इसकी उत्पत्ति बौद्ध काल में हुई थी।  

इसके बाद एक जापानी बौद्ध भिक्खु  ने गांधी जी को यह भेंट स्वरूप दिया जो गांधीजी के तीन बंदर (बापू, केतन और बंदर) के नाम से पूरे भारत में चर्चित हो गए।  

इन तीनों अवधारणाओं में बौद्ध भिक्खु  मौजूद है इसलिए मेरे अनुसार इसकी उत्पत्ति भारत से हुई और उसके बाद यह भारत से चीन, चीन से जापान और जापान से फिर भारत में आया। और  अब यह प्रतीक पूरी दुनिया जानती है। 

 हाल ही में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने अमेरिका के प्रेसिडेंट डोनाल्ड ट्रंप को यह प्रतीक भेंट स्वरूप दिया है।  बौद्ध काल 600 ईसा पूर्व आया था इसलिए शायद यह तीन बंदर भी 500 600 ईसा पूर्व पुराना है और यह कहावत ‘नहीं देखें’, ‘नहीं सुनें’, ‘नहीं बोलें’ भी उतनी ही पुरानी है। 

गांधी जी को यह तीन बंदर किसने भेंट किए थे? who gifted 3 monkeys to gandhi? 

सन 1933 में एक जापानी भिक्खु  साबरमती आश्रम में गांधी जी से मिलने आए थे।  उन्होंने ही तीन बंदरों की प्रतिकृति गांधी जी को उपहार स्वरूप दी थी। यह तीनों बंदर चीनी मिट्टी के बने हुए थे 

what is the fourth monkey 

चौथे बंदर का नाम शीज़ारू (shizaru ) है जो अपने जननांग को अपने दोनों हाथों से ढँके हुए है 4th  monkey  कहता है कि कभी भी बुरा नहीं करना(do no  evil) चाहिए। अंततः इस तरह 4th  monkey  भी आ गया।

what is the 5th monkey

5th monkey  के बारे में ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है यह monkey अपनी गोद में दोनों हाथों से कटोरे को पकड़े हुए हैं जिसका अर्थ शायद ज्यादा मत खाओ(do not overeat) है। 

गांधीजी के तीन बंदर कहाँ रखे हुए हैं?Where are Gandhiji’s three monkeys kept?

 गांधीजी के तीन बंदर चीनी मिट्टी के बने हुए थे जो उन्हें एक जापानी भिक्खु ने  भेंट किए थे।  गांधी जी की मृत्यु के बाद इन बंदरों को दिल्ली के राजघाट स्थित राष्ट्रीय गांधी संग्रहालय में रखवा दिया गया  था। 

Conclusion —

विश्व में 3 wise monkey mizaru,kikazaru aur iwazaru सबसे ज्यादा प्रसिद्ध हैं।  अभी तक 6 wise monkeys  का जिक्र देखा गया है जिसमें से 4th shizaru है लेकिन 5th और 6th wise monkeys की पुष्टि नहीं हो पाई है तो शायद यह दोनों मंकी नकली हैं।  3 wise monkeys (see no evil,hear no evil, speak no evil) को सुरक्षा का प्रतीक मानते हुए घरों, दुकानों दफ्तरों आदि  में भी रखा जाता है। जापान में ये बंदर  mizaru,kikazaru aur iwazaru  के नाम से प्रसिद्ध है और भारत में गांधीजी के तीन बंदर ‘बुरा मत देखो’ ,’बुरा मत सुनो’ और ‘बुरा मत कहो’  इन नामों से चर्चित हैं।

 FAQs

Q1.What are the 3 monkeys called?

Ans– इन  तीनों बंदरों को मिज़ारू ,किकाज़ारू और इवाज़ारू कहा जाता है।  

Q2.Do the three wise monkeys have names?

Ans -जी हाँ, इन बंदरों के नाम भी हैं 

जो बंदर अपनी आँखों पर हाथ रखे हुएहै उसे मिज़ारू कहते हैं। अपने हाथों से कान  बंद करने वाले बंदर को किकाज़ारू और जिस बंदर ने अपने हाथो से  मुँह  को बंद कर रखा है वह इवाज़ारु है। 

Q3.Are there 3 or 4 Wise Monkeys?

Ans -मुख्यतः तीन बंदर ही सबसे ज्यादा प्रसिद्ध है। जिन्हें  बुरा मत देखो ,बुरा मत सुनो और बुरा मत बोलो के नाम से जानते हैं। ऐसा माना  जाता है कि  एक और बंदर है जो बुरा न करने की सीख देता है।  कुछ लोगों का कहना है यह बुरा न सोचने की शिक्षा देता है। इस तरह चौथा  बंदर भी आ गया।

Q4.What are the 4 Wise Monkeys called?

Ans – 1.MIZARU-see no evil monkey (bura mat dekho)

2.KIKAZARU-hear no evil monkey (bura mat suno)

3.IWAZARU-speak no evil monkey (bura mat kaho)

4.SHIZARU-do no evil/think no evil (bura mat karo/socho)

Q5.Where did the 3 wise monkeys come from?

Ans– इसकी उत्पत्ति जापान से हुई है जो बौद्ध काल  से प्रेरित  है।  ये  तीनो बंदर बुद्ध की शिक्षाओं का बंदर के रूप में चित्रण हैं। जापान में बंदरों को बहुत बुद्धिमान माना जाता है।

Q6.What are the 4 no evil monkeys?

Ans – 1.see no evil monkey (bura mat dekho)-जो बंदर अपनी आँखों को अपने दोनों हाथों  से बंद किये हुए है उसे see no  evil monkey कहते हैं।

2.hear no evil monkey (bura mat suno)-अपने हाथों  से दोनों कानों को बंद करने वाला बंदर hear no evil monkey है। 

3.speak no evil monkey (bura mat kaho)-जो बंदर अपने  मुँह  को अपने दोनों हाथों  से बंद किये हुए है उसे speak  no  evil monkey कहते हैं। 

4.do no evil/think no evil (bura mat karo/socho)-यह बंदर अपने जनन अंग को अपने हाथों से ढके हुए है जिसका अर्थ है do no evil/think no evil monkey . 

Q7.Who gifted three monkeys to Gandhiji?

Ans -सन 1933 में एक जापानी भिक्खु  साबरमती आश्रम में गांधी जी से मिलने आए थे।  उन्होंने ही तीन बंदरों की प्रतिकृति गांधी जी को भेंट  स्वरूप दी थी।

Q8.What are the 5 wise monkeys?

Ans – 1.MIZARU-see no evil monkey (bura mat dekho)

2.KIKAZARU-hear no evil monkey (bura mat suno)

3.IWAZARU-speak no evil monkey (bura mat kaho)

4.SHIZARU-do no evil/think no evil (bura mat karo/socho)

5. 5th monkey-do not overeat monkey(जरूरत से ज्यादा नहीं खाना चाहिए )

Q9.What order is the 3 wise monkeys?

Ans -3 wise monkeys में सबसे पहले see no evil फिर hear  no  evil और अंत में speak no  evil  monkey आता है। 

Q10.What is the fourth monkey of Mahatma Gandhi?

Ans -think no evil बुरा मत सोचो बंदर गाँधी जी का चौथा बंदर है।